MLS होम डेब्यू में सोन ह्यूंग-मिन की किस्मत ने नहीं दिया साथ, गोलपोस्ट से टकराई गेंद; हार के बावजूद फैंस का जीता दिल
यह वो MLS होम डेब्यू नहीं था जिसका सपना सोन ह्यूंग-मिन और लॉस एंजिल्स एफसी (LAFC) के हजारों फैंस ने देखा था। सोन के दो शानदार प्रयास, एक गोलकीपर के बेहतरीन बचाव और दूसरा गोलपोस्ट की वजह से बेकार हो गए। टीम को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मैच के बाद भी जीत की भूख और टीम के प्रति सोन का जुनून दिखाता है कि LAFC को अपना नया लीडर मिल गया है।
लॉस एंजिल्स में ‘सोन-मेनिया’
1 सितंबर को कैलिफोर्निया के BMO स्टेडियम में सैन डिएगो एफसी के खिलाफ खेले गए इस मैच को लेकर पूरे अमेरिका में जबरदस्त उत्साह था। यह टोटेनहम से LAFC में शामिल होने के बाद सोन का पहला होम मैच था। मैच से एक दिन पहले ही लॉस एंजिल्स का माहौल पूरी तरह बदल गया था। मैच के टिकट काफी पहले ही बिक चुके थे और स्टेडियम के पास ऑफिशियल स्टोर्स पर सोन की जर्सी खरीदने के लिए प्रशंसकों की लंबी कतारें थीं। LAFC के समर्थक और स्थानीय कोरियाई फैंस कोरियाई झंडे लेकर अपने नए स्टार के स्वागत के लिए तैयार थे। मैच के दिन स्टेडियम पूरी तरह से सोन के रंग में रंगा हुआ था, और हर तरफ सिर्फ उन्हीं की जर्सी पहने प्रशंसक नजर आ रहे थे।
मैच का रोमांच और दुर्भाग्यपूर्ण क्षण
मैच की शुरुआत से ही सोन ने आक्रामक खेल दिखाया। 4-3-3 फॉर्मेशन में फॉरवर्ड पोजीशन पर खेलते हुए उन्होंने तीसरे मिनट से ही विरोधी टीम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। LAFC ने इसका फायदा उठाते हुए 15वें मिनट में बढ़त बना ली, जब डेविड मार्टिनेज के पास पर डेनिस बुआंगा ने गोलकीपर के ऊपर से एक शानदार चिप शॉट के साथ गोल किया।
लेकिन सैन डिएगो ने वापसी करने में देर नहीं लगाई। 33वें मिनट में मैक्सिकन स्टार हिरविंग लोज़ानो ने बॉक्स के अंदर से गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। इसके बाद दूसरे हाफ के 21वें मिनट में एंडर्स ड्रेयर ने दो डिफेंडरों को छकाते हुए अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया।
गोलपोस्ट बना विलेन, किस्मत ने नहीं दिया साथ
सोन ह्यूंग-मिन को गोल करने का पहला बड़ा मौका पहले हाफ के 45वें मिनट में मिला। पेनल्टी बॉक्स के बाहर, जिसे ‘सोन-ज़ोन’ भी कहा जाता है, से उन्होंने अपने ट्रेडमार्क स्टाइल में गेंद को घुमाकर बाएं पैर से शॉट लगाया, लेकिन सैन डिएगो के गोलकीपर कार्लोस होआकिम डॉस सैंटोस ने एक अविश्वसनीय बचाव किया।
सोन का असली दुर्भाग्यपूर्ण क्षण दूसरे हाफ के 33वें मिनट में आया। पेनल्टी बॉक्स के बाहर से उन्होंने दाहिने पैर से एक और शक्तिशाली कर्लिंग शॉट लगाया, जो सीधे गोलपोस्ट के दाहिने हिस्से से टकरा गया और पूरा स्टेडियम निराश हो गया। इंजरी टाइम में भी उन्होंने गोल करने की एक और कोशिश की, लेकिन एक बार फिर गोलकीपर ने उनके शॉट को रोक दिया।
हार के बावजूद दिखी लीडरशिप और जुनून
मैच 1-2 के स्कोर पर समाप्त हुआ, जो LAFC के लिए सोन के आने के बाद पहली हार थी। मैच खत्म होने के बाद भी सोन का जुनून कम नहीं हुआ और वह रेफरी के पास जाकर कुछ फैसलों पर अपनी असहमति जताते हुए दिखे। भले ही उन्होंने कप्तान का आर्मबैंड नहीं पहना था, लेकिन उनका यह रवैया टीम के प्रति उनकी लीडरशिप और जीत की प्रबल इच्छा को दर्शाता है।
इस हार के बाद, LAFC 41 अंकों (11 जीत, 8 ड्रॉ, 7 हार) के साथ वेस्टर्न कॉन्फ्रेंस में 5वें स्थान पर बनी हुई है, जबकि सैन डिएगो एफसी 56 अंकों के साथ पहले स्थान पर अपनी पकड़ मजबूत कर चुकी है।
‘MLS गेम चेंजर’ के रूप में पहचान साबित हुई
भले ही सोन अपने होम डेब्यू पर गोल नहीं कर पाए, लेकिन MLS में उनका प्रभाव स्पष्ट है। इस मैच से पहले खेले गए तीन अवे मैचों में उन्होंने एक गोल और एक असिस्ट के साथ टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने एक पेनल्टी जीती, एक असिस्ट किया और एक शानदार फ्री-किक पर गोल भी दागा था, जिसके लिए उन्हें MLS ‘टीम ऑफ द वीक’ में भी चुना गया था।
अमेरिकी मीडिया ने भी सोन के डेब्यू पर काफी ध्यान दिया। AP जैसी समाचार एजेंसियों ने मैच के परिणाम से ज्यादा सोन पर ध्यान केंद्रित करते हुए लिखा, “सैन डिएगो एफसी ने सोन ह्यूंग-मिन के LAFC होम डेब्यू को बिगाड़ दिया।” यह दिखाता है कि सोन सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक ‘घटना’ बन चुके हैं, जिसने पूरे अमेरिका का ध्यान अपनी ओर खींचा है। मैच से पहले सोन ने कहा था, “मैं यहां ट्रॉफी जीतने आया हूं,” और मैदान पर उनका प्रदर्शन और जुनून यह साबित करता है कि वह अपने लक्ष्य को लेकर कितने गंभीर हैं।